आरबीआई मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की मीटिंग: क्या मिलेगी मध्यम वर्ग को राहत?

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक आज, 5 फरवरी 2025 से शुरू हो रही है। यह बैठक 7 फरवरी तक चलेगी, जिसमें केंद्रीय बैंक की नीतिगत ब्याज दरों पर महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे। इस बार की बैठक विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह नए गवर्नर संजय मल्होत्रा के तहत पहली बैठक है।

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    बैठक का महत्व

    आरबीआई की MPC बैठक का मुख्य उद्देश्य देश की मौद्रिक नीति को निर्धारित करना है। इस बार, वित्तीय बाजारों, व्यवसायों और नीति निर्माताओं की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या RBI रेपो रेट में कटौती करेगा। पिछले कुछ समय से महंगाई के आंकड़े चिंता का विषय बने हुए हैं, और ऐसे में ब्याज दरों में कटौती से उपभोक्ता ऋण सस्ते हो सकते हैं, जिससे आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिल सकता है|

    संभावित निर्णय

    हालिया रिपोर्टों के अनुसार, विशेषज्ञों का मानना है कि RBI इस बैठक में रेपो रेट को 0.25% घटाकर 6.25% कर सकता है। यह कटौती उपभोक्ताओं के लिए होम लोन और अन्य ऋणों की ईएमआई को कम करने में सहायक हो सकती है। पिछले कुछ समय से RBI ने रेपो रेट को 6.5% पर स्थिर रखा था, और अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या नए गवर्नर इस दर को कम करने का निर्णय लेते हैं|


    इस बार आरबीआई रेपो रेट में क्या बदलाव कर सकता है


    भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक आज, 5 फरवरी 2025 को शुरू हो रही है। इस बैठक में सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या RBI रेपो रेट में कोई बदलाव करेगा। वर्तमान में, रेपो रेट 6.5 प्रतिशत पर स्थिर है, और यह पिछले एक वर्ष से इसी स्तर पर बना हुआ है।

    सीआरआर में संभावित कटौती

    हालांकि, कुछ विश्लेषक यह भी मानते हैं कि RBI रेपो रेट को स्थिर रखते हुए कैश रिजर्व रेशियो (CRR) में कटौती कर सकता है। CRR में कमी से बैंकों के पास अधिक धन उपलब्ध होगा, जिससे वे अधिक लोन दे सकेंगे और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा|  यदि RBI CRR को 50 बेसिस प्वाइंट्स (bps) कम करता है, तो इससे बैंकिंग सिस्टम में लगभग 1.1 लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी उपलब्ध होगी1.

    आर्थिक दृष्टिकोण

    इस बैठक के परिणाम भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण होंगे। हालिया आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी वृद्धि दर पिछले कुछ तिमाहियों में कम रही है, जो कि 5.4 प्रतिशत पर आ गई है। ऐसे में RBI की नीतियों का उद्देश्य आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देना होगा| इस बैठक के परिणाम केवल ब्याज दरों पर ही नहीं बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था के समग्र स्वास्थ्य पर भी प्रभाव डालेंगे। वित्त मंत्री ने हाल ही में बजट 2025 में खपत बढ़ाने के लिए कई उपायों की घोषणा की थी, जिससे उम्मीद जताई जा रही है कि RBI भी अपने निर्णय में इसी दिशा में कदम बढ़ा सकता है|

    कब और कैसे देखें

    बैठक के परिणाम 7 फरवरी को सुबह 10 बजे जारी किए जाएंगे, जिसके बाद गवर्नर संजय मल्होत्रा दोपहर 12 बजे मीडिया को संबोधित करेंगे। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का लाइव प्रसारण RBI के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल और यूट्यूब चैनल पर किया जाएगा|

    निष्कर्ष

    इस MPC बैठक का परिणाम न केवल वित्तीय बाजारों बल्कि आम जनता पर भी प्रभाव डालेगा। यदि RBI रेपो रेट में कटौती करता है, तो यह मध्यम वर्ग के लिए एक राहत भरा कदम होगा। ऐसे में सभी की नजरें इस बैठक पर टिकी हुई हैं, जो आने वाले दिनों में आर्थिक गतिविधियों को प्रभावित कर सकती है।

    इस प्रकार, आज से शुरू होने वाली मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है। सभी stakeholders इस बात की प्रतीक्षा कर रहे हैं कि RBI किस दिशा में कदम उठाएगा और इसके पीछे क्या कारण होंगे।


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